पुलिस प्रशासन और आबकारी विभाग के नियम कार्य का धज्जियां उड़ाते हुए बीजेपी के पूर्व पार्षद खुले आम डेली नीड्स के आड़ में शराब का व्यापार कर रहा है और इसके साथ-साथ दर्जनों से ज्यादा आसपास के एरिया में खुलेआम चखना सेंटर खोलकर लोगों को दुकान में बैठाकर शराब पिला रहे हैं।
खैरागढ़ को जिला बनने के बाद कोई भी ऐसा विकास देखने को तो नहीं मिल रहा है लेकिन खुलेआम कानून की धज्जियां उड़ाते हुए दिखा जा सकता है पुलिस प्रशासन भी बीच-बीच में चखना सेंटर को कुछ दिन के लिए बंद करवाकर कार्यवाही के नाम खानापूर्ति करते नजर आते हैं और इसके साथ-साथ आबकारी विभाग तो बड़े मस्त अंदाज से अपना ड्यूटी निभा रहे हैं।
खैरागढ़ में यह देखने को मिल रहा है कि यहां पुलिस प्रशासन का कोई खौफ नहीं है यहां वर्तमान में कांग्रेस पार्टी के विधायक हैं और लोकसभा में भारतीय जनता पार्टी से संतोष पांडे जी चुने गए हैं फिर भी विकास खैरागढ़ में पिछड़ा हुआ है लेकिन कानूनी रूप से देखा जाए तो खैरागढ़ में चाकू बाजी सट्टा बाजी अवैध शराब चोरी की घटना आमतौर पर देखा जा रहा है, आखिरकार प्रशासन की खौफ कमजोर साबित होते दिख रहा है भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री, गृहमंत्री ने सीधे तौर उच्च अधिकारी को निर्देश दिए हैं की कानून व्यवस्था को बनाए रखें और कोई भी कानून व्यवस्था को तोड़ता है तो उसे पर कार्रवाई किया जाना चाहिए लेकिन यहां ऐसा देखने को नहीं मिल रहा है धरमपुरा के आसपास कई गांव आते हैं जो डैली रोजमर्रा के लिए आते हैं और धरमपुरा के पास आउटर में शराब भट्टी खुला है जिसके कारण आसपास के गांव में कई किलोमीटर तक चखना सेंटर खुला हुआ है और इसी के आड़ में आसपास से गांव वाले शराब के नशे में झूमते रहते हैं।
यही हाल मुड़ीपार शराब भट्टी के पास का हैं जहां के रह वासी डर के कारण गांव से बाहर निकले के लिए काफी डरे हुए हैं शाम होने के बाद हमेशा तनाव का माहौल देखा जाता हैं और यहां तक मारपीट भी करते रहते हैं और कुछ दिन पहले शराब भट्टी में एक अज्ञात युवक को किसी ने चाकू मार कर बुरी तरीके से घायल कर दिया था जिसके कारण आसपास से गांव वाले उस एरिया से गुजरने के लिए काफी डरते रहते हैं क्योंकि आसपास चखना सेंटर होने का कारण वहां हमेशा हजारों की संख्या में लोग आसपास पीते रहते हैं और शोर शराबा करते रहते हैं
जिसके कारण आम जनों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ता है लेकिन पुलिस प्रशासन अपने कामों से दूर नजर आते हैं आखिर जनता करे तो करें क्या क्योंकि सरकार भी इसमें कुछ ध्यान नहीं दे रही है और आबकारी विभाग के अधिकारी से जब मीडिया कर्मी ने बात किया तो वह साथ तौर पर मीडिया से बातचीत करने के लिए मना कर दिया कि हमें यह मीडिया में कुछ कहने का अधिकार नहीं है और हम तो कार्रवाई करते रहते हैं हमारे पास स्टाफ की बहुत कमी है तो हम कहां-कहां बंद करने के लिए जाए कार्रवाई करते हैं फिर वह शुरू कर देता है तो इसका मतलब हम क्या समझे कि यह कार्रवाई के नाम पर आबकारी विभाग और पुलिस विभाग खानापूर्ति करता है जब मीडिया ने आसपास के चखना सेंटर से बातचीत किए की क्या चखना सेंटर के आड़ में शराब पिलाना जरूरी है तो चखना सेंटर वाले सीधे तौर पर कह रहा है कि जब भारतीय जनता पार्टी के पूर्व पार्षद और जिसकी धर्मपत्नी खैरागढ़ सोनेसरार से पार्षद है और उसके पति भारतीय जनता पार्टी के पूर्व पार्षद होकर जब खुलेआम शराब पिला सकते हैं तो हम लोग क्यों नहीं पिला सकते नियम तो सभी के लिए बना है अगर वह बंद करते हैं तो हम सभी बंद कर देंगे और पुलिस प्रशासन आबकारी विभाग छोटे-मोटे ठेले वाले चखना सेंटर पर ही कार्रवाई करते हैं लेकिन पुलिस विभाग और आबकारी विभाग के आला कमान अधिकारी जो बड़े पार्टी में पद में है
उन पर कोई कार्रवाई नहीं करते हैं और हमें फोन के माध्यम से यह भी जानकारी हुआ कि जो भारतीय जनता पार्टी के पूर्व पार्षद है वह अपने भाई के नाम से आहता सेंटर लिया है और उनका नाम दर्ज है उसके बावजूद वह सरकारी आहता के बाजू में डेली नीड्स का दुकान खोला है और वहां खुलेआम लोगों को बैठाकर चबूतरा बनाकर शराब पिलाया जा रहा है आप फुटेज में देख सकते हैं और जब पूर्व पार्षद से मीडिया कर्मी बातचीत किया कि आप यहां शराब क्यों पिला रहे हैं तो उन्होंने सीधे तौर पर कहा कि मैं शासन को पेमेंट कर रहा हूं इस कारण मैं यहां शराब पिला रहा हूं मीडिया कर्मी ने उन्हें यह बताया कि आप जो पेमेंट कर रहे हैं वह गवर्नमेंट के नियम के अकॉर्डिंग फीस जमा कर रहे हैं जो आप आहता लिए हैं लेकिन आप डेली नीड्स के आड़ में खुलेआम शराब क्यों पिला रहे हैं तो वह भी पल्ला झाड़ते हुए यह कहा कि मैं बस नहीं पिला रहा हूं यहां दर्जन दुकान है जो खुलेआम शराब पिला रहे हैं इसका मतलब आप सोच सकते हैं कि पुलिस प्रशासन और आबकारी विभाग का कहीं डर कोई भय नहीं है जिसके कारण यह चखना सेंटर के आड़ में खुलेआम शराब पिला रहे हैं हम यह भी बोल सकते हैं कि पुलिस प्रशासन आबकारी विभाग को ठेंगा दिखाते हुए नियम का धज्जियां उड़ा रहे हैं और पुलिस प्रशासन भी खुले तौर पर मौन नजर आ रहा हैं जैसे हम यह कह सकते हैं कि पुलिस प्रशासन और आबकारी विभाग पूरी तरीके से मोतियाबिंद के शिकार है इसी कारण किसी के मन में का नाम नहीं है।
यह भी देखा जा रहा है कि खैरागढ़ में अवैध शराब जैसे कि अमलीपारा विधायक निवास के घर के पास खुलेआम सुबह से लेकर रात तक अज्ञात व्यक्ति के द्वारा शराब बेचा जाता है धनेली में शराब बेचा जाता है अमलीपारा में नकली शराब बनाया जाता है और उसी प्रकार आसपास के एरिया में खुले आम कोचिया लोग सुबह से अवैध शराब बेचते नजर आते हैं यहां तक यह भी जानकारी मिल रही है की जय स्तंभ चौक के आसपास कोचिया लोग सुबह 5:00 बजे से अवैध शराब बेचते नजर आते हैं और प्रशासन का कोई भय नहीं है और यही बात अगर बोला जाए तो खुलेआम नाला के नीचे लोग अवैध गांजा लाकर बेचते रहते हैं जैसे कि फोकटपारा बस स्टेशन के पास कुछ ही दूरी पर है।
जहां खुले आम गांजा बेचा जा रहा है और सट्टा के बारे में तो अपन बोल सकते हैं कि हर गली मोहल्ले में लोग सट्टा का व्यापार कर रहे हैं लेकिन डर अगर बोलना चाहे तो हासिल लाए जीरो है किसी को पुलिस प्रशासन का कोई भय नहीं है अब आगे यह देखते हैं कि पुलिस प्रशासन क्या कार्रवाई करती है और क्या कार्रवाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति करते नजर आएंगे अगर ऐसा रहा तो आगे चलकर आईजी ऑफिस और मुख्यमंत्री गृह मंत्री को ज्ञापन सौंपकर उन्हें नींद से जागने का प्रयास खबर छत्तीसगढ़ KCG न्यूज जरूर कोशिश करेगा।
