आपको बता दे किया घटना Chhattisgarh के राजनांदगांव जिले का है जहां लड़का अपनी गर्लफ्रेंड से मिलने के लिए पहुंचा था जहां Police थाने में नाबालिग लड़के को इस कदर पीटा की नाबालिग लड़के का सर फट गया.
जो नाबालिग लड़का था वह अपनी गर्लफ्रेंड से मिलने पहुंचा था और लड़की ने खुद 112 को फोन कर बुलाया था जिसके बाद Police वालों ने लड़के लड़की को लेकर थाना ले गए जहां लात घुसे और पाइप से पिटाई करते रहे इसके साथ-साथ लड़के के सर को दीवार पर दे मारे Police वाले इतना हैवान आखिर कैसे हो गए?
नाबालिग युवक का सर फट गया
जिसके चलते नाबालिग युवक का सर फट गया और लड़के के शरीर में कई जगह जख्म के निशान बन गए हैं अभी हाल ही में Chhattisgarh के कवर्धा जिले में हत्या को लेकर तत्कालीन एसपी और कलेक्टर को हटाए गए हैं Police का ऐसा रवैया की Police वाले ही हैवान बन गए हैं इस कदर पीट रहे हैं की थाने में हत्या हो जा रही है ऐसी घटना एक के बाद एक कई जिले में देखी जा रही है और ऐसी घटना सामने आ रहे हैं.
आपको बता दे कि यह घटना राजनांदगांव के छुरिया थाना प्रभारी थे अविनाश श्रीवास उसको लाइन अटैच कर दिया है और Police प्रशासन के अधिकारियों ने सीधे तौर पर लाईन अटैच कर खानापूर्ति कर दिए हैं डोंगरगढ़ के एसडीओपी आशीष कुंजाम ने बताया कि शिकायत होने के बाद जांच की कार्रवाई की जा रही है और जल्द से जल्द एसपी को जांच रिपोर्ट सब सौंप दिया जाएगा फिलहाल अभी इस मामले में जांच चल रहा है.
मामला पूरा क्या है यह हम आपको स्पष्ट रूप में बताते हैं
Chhattisgarh जिले के दुर्ग निवासी नाबालिग लड़का जो की 21 सितंबर को अपने अपनी गर्लफ्रेंड से मिलने के लिए छुरिया के पास से लगे गांव में पहुंचा था और उस समय लड़की के घर में सिर्फ उसकी दादी ही थी नाबालिक लड़के ने बताया कि वह अपनी प्रेमिका के साथ बैठकर वह खाना खा रहा था तभी उसकी दादी अचानक आ गई इस कारण वह डरकर दोनों कमरे में जाकर छुप गए हलचल की आवाज से दादी को कुछ महसूस हुआ और वह बाहर निकाल कर जोर-जोर से चिल्लाना शुरू कर दिया कि हमारे घर में कोई घुस गया है.
आवाज सुनकर आसपास के ग्रामीण लोग भी घर के बाहर इकट्ठा हो गए उसके बाद ग्रामीण दरवाजा को खटखटाते रहे लेकिन कोई अंदर से हलचल नहीं आ रहा था और दरवाजा को नहीं खोल रहे थे इसके बाद रात करीब 1:00 बजे से लेकर 6:00 बजे तक वह कमरे से बाहर नहीं निकले यह घटना के बाद ग्रामीणों ने लड़की के माता-पिता को भी इसके बारे में जानकारी दिए तो वह सभी डर कर तुरंत ही घर पहुंचे उसके बाद जैसे ही लड़की ने अंदर से शोर शराबा सुनकर वह खुद ही अपने मोबाइल से 112 में डायल कर Police को सूचना दिए.
नाबालिक जो युवक था उसने बताया की 112 के आने के बाद
Police वाले ने उससे और उसकी प्रेमिका को थाने लेकर गए 112 Police ने लड़के के परिजनों को यह सूचना नहीं दिया था और इस दौरान लड़की को डरा धमका कर लड़के को थप्पड़ मरवाए.
इसके बाद लड़के को Police वालों ने थाने में बंद कर इस कदर पीटा की लड़की बहुत डर गई और वह डर के कारण बहुत ही घबरा गई थी लड़का अपना बचने की दुहाई लगा रहा था फिर भी Police वाले बेदर्दी से पीट रहे थे और उसके बाद Police वालों ने उसके सर को दीवार से दे मारा जिसके कारण लड़के का सर तुरंत फट गया और खून बहने लगा इसके बाद Police वाले ने डर में लड़के की हालत बिगड़ने पर उसे इस अवस्था में थाना परिसर के बाहर ही छोड़ दिया था जानकारी मिला है कि थाना परिसर के कुछ दूरी पर आइटीबीपी का कैंप है.
जो जवान वहां से गुजर रहे थे वह लड़के को देखा
वह बेसुध हालत में पड़ा था इसके बाद उसे और ग्रामीणों की सहायता से उसका जब तलाशी लिया गया ताकि उनके परिजनों को सूचित किया जा सके और लड़के के चेहरे पर पानी छिड़के उन्हें पानी पिलाया इसके बाद लड़का कुछ देर बाद होश में आया उसके बाद सूचना देने के बाद नाबालिग युवक के परिजन तुरंत ही छुड़िया पहुंचे और अपने बच्चों को लेकर एक अस्पताल में भर्ती कराया.
आपको बता दे की नाबालिग युवक के पिता ने पुलगांव थाने में जाकर शिकायत किया की मेरे लड़के को इस कदर पिटाई करने वाले Police वालों पर कार्रवाई का मांग की है यहां तक की नाबालिग युवक के पिता का कहना है कि उनके जो बेटे थे उसको Police वाले ने इस कदर पीटा है की हम बात नहीं सकते उनके कई हिस्सों में चोट के निशान है और Police वाले पर जो हैवान जैसे क्रूरता बरतने के आरोप भी लगाए हैं.
एसडीओपी का कहना है
अभी इस मामले में जांच को लेकर अभी जांच चल रही है और इसके साथ-साथ जो भी Policeकर्मी इसमें दोषी सिद्ध पाए जाएंगे उन पर करवाई किया जाएगा यह आश्वासन दिए हैं और आला कमान अधिकारियों को भी इसके बारे में जानकारी दी गई है Police प्रशासन के अधिकारी लाइन अटैच के नाम पर सिर्फ सिर्फ खाना पूर्ति किए हैं पिता ने सीधे तौर पर आरोप लगाया है.
अब देखना यह है कि किस प्रकार से कार्रवाई की जाती है एक के बाद एक कई जिले में इस प्रकार से Police की हैवान जैसे हरकत सामने आ रहे हैं लेकिन ऐसी घटना में कोई कमी नहीं आ रही है अगर आईटीपी जवान मौके पर नहीं पहुंचता.
नाबालिग युवक का जान भी जा सकता था
इस कदर पीटा गया था कि लड़का बेसुध होकर गिरा हुआ था वह होश में भी नहीं था आप समझ सकते हैं की थाने में इतना कैसे मार दिए कि लड़का बेसुध हो गया लेकिन अभी तक लाइन अटैच के नाम पर खाना पूर्ति किया गया है अपराध किया था लड़का तो उस पर कार्रवाई करना था लेकिन इस कदर मारे कि उनका सर फट गया और लड़का बेसुध हो गया.
यहां तक पूरे गांव में लड़की के कारण पूरा बदनामी सा हो गया है क्योंकि घर में मां-बाप नहीं थे और लड़की की हिम्मत को आप देख सकते हो कि दुर्ग से इतना दूर लड़की अपने प्रेमी को फोन कर बुला लिए और जब उनकी दादी उसके बारे में जानकारी हुआ तो वह डर के कारण कमरे में अपने आप को बंद कर लिए दादी कुछ और समझी कि घर में कोई अन्य इंसान पहुंचा हुआ है इस बात को लेकर वह ग्रामीणों को इकट्ठा कर लिए और हुआ कुछ की पूरा गांव में इस लड़की के कारण के मां-बाप और पूरे परिवार का नाम बदनाम हो गया और इधर लड़के को इस कदर पीटे की पूरा थाना स्टाफ पर सवाल खड़ा हो गया.
अब आगे यह देखना है की कार्रवाई किस प्रकार होता है नाबालिक लड़के के पिता ने कहा है कि अगर कार्रवाई नहीं होगा तो हम गृह मंत्री के पास जाकर पूरे Police थाने की स्टाफ के ऊपर कारवाई करने की बात कहेंगे अगर आईटीबी जवान मौके पर नहीं देखे तो मेरे बेटे की जान भी जा सकती थी इसका जवाब देही कौन होता अभी भी मेरा बेटा ढंग से बात नहीं कर पा रहा है
और उनके शरीर के कई हिस्सों में गंभीर चोट के निशान है सर को दीवार से मारने के कारण गंभीर चोट आई है जिस कारण वह बेहोशी की हालत में था अभी डॉक्टर भी कुछ नहीं बता पा रहे हैं जैसे ही कुछ रिपोर्टें आती है उसके बाद ही कुछ बता पाएंगे जिस कारण जांच की बात कही है और जल्द से जल्द उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है