शौर्य दिवस पर बजरंगियों ने हिंदू समाज का कराया मुँह मीठा और तिलक लगाकर दिया बधाई

आज 6 दिसंबर के दिन वीर बजरंगियों ने अयोध्या में अपने प्राणो का बलिदान देकर बाबरी ढाँचा रूपी अधर्म का विध्वंश किया था जिसके उपलक्ष्य में आज बजरंगियों ने हिंदू समाज का मुँह मीठा कराकर तिलक लगाकर बधाई देते हुए वीर बजरंगियों ने हिंदुत्व के पराक्रम को याद दिलाया।
आज के कार्यक्रम में मुख्य रूप से बजरंग दल विभाग सह संयोजक राकेश रामलोचन तिवारी, बजरंग दल दुर्ग जिला संयोजक सौरभ देवांगन, विश्व हिंदू परिषद दुर्ग नगर अध्यक्ष सुनील वैष्णव, बजरंग दल नगर संयोजक बलदाऊ साहू, नगर सह संयोजक राकेश राज, नगर सह संयोजक मिलाप निषाद, नगर बलोपाशना प्रमुख आशुतोष तिवारी, नगर गौरक्षा प्रमुख नरसिंग सिन्हा, नगर सुरक्षा प्रमुख नीतेश यादव, युवराज शर्मा, आलोक राय, वंश राजपूत, देव पटेल, आयुष राजपूत, राहुल सिन्हा, प्रकाश बिंद, अरुण बिंद, किशन साहू, अमित सिन्हा, यशवंत, लक्की, कमलेश, पप्पू, रोशन गुप्ता, टोमन साहू, रामकुमार ठाकुर, खूबलाल यदु, गोविंद कसेर, अरुण निषाद, जीतू, जितेंद्र, वासु यादव, प्रदीप देवांगन, राजा यादव, ऋषि निषाद के साथ सभी बजरंगी भाई उपस्थित रहे।

आज भिलाई सेक्टर 4 में हिन्दू रक्षा मंच सर्व समाज, जिला दुर्ग के तत्वावधान में बैठक आयोजित की गई

आज भिलाई सेक्टर 4 में हिन्दू रक्षा मंच सर्व समाज, जिला दुर्ग के तत्वावधान में बैठक आयोजित की गई जिसमे सभी सामाजिक संगठनों के समाज प्रमुख, धार्मिक प्रमुख, प्रबुद्ध वर्ग ने बांग्लादेश में हिंदुओं एवं अन्य सभी अल्पसंख्यको पर इस्लामिक कट्टरपंथियों द्वारा हत्या,लूट,आगजनी तथा महिलाओं पर हो रहे अत्याचार व स्वामी चिन्मय प्रभु के गिरफ्तारी पर अत्यंत चिंता व्यक्त की।इस हिंसा के विषय को लेकर हिन्दू रक्षा मंच, सर्व समाज, जिला दुर्ग द्वारा दिनांक 3 दिसम्बर को दोपहर 2 बजे राजेन्द्र पार्क चौक दुर्ग में आक्रोश रैली एवं धरना प्रदर्शन रखा गया है।जिसमे सर्व समाज को अधिक से अधिक संख्या में आने की अपील की गई है।

आबकारी अधिकारी एवं सिपाही की अवैध वसूली से परेशान है आम जन मानस

धमधा- नगर में संचालित एक ढाबे पर आबकारी विभाग द्वारा बीते 8 नवंबर को दबिस देकर छापा मार कार्यवाही किया गया

वही विभाग के कर्मचारी द्वारा जानकारी दी गई कि ढाबा संचालक के ऊपर 36 (सी) व दो आम नागरिक ग्राहक के ऊपर 36(च) की कार्यवाही का हवाला देते हुए दो-दो हजार रुपये की अवैध उगाही इन दिनों आबकारी विभाग के कर्मचारी कर रहे है

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सिरना भाठा जंगल मोतिमपुर रोड प्रतिक्षा बस स्टैंड सहित आसपास के ग्रामीण अंचल के सार्वजनिक स्थानों पर आबकारी विभाग के कर्मचारियों की अवैध वसूली खुले आम करते देखा जा सकता है

वही इस मामले पर एक आबकारी कर्मचारी द्वारा दूरभाष के नंबर 7000571877 में जानकारी दी गई कि कातूल बोर्ड के पास एक कांग्रेस नेता के मकान के सामने हमारे ऑफिस का संचालन होता है वहाँ आकर मिलिए आपको जानकारी उपलब्ध वही देने का हवाला देकर बात किया गया लेकिन आज धमधा नगर में चर्चा का विषय बना हुआ है

इस अधिकारी कर्मचारी द्वारा धमधा के स्थानीय रेस्टोरेंट के पास पीड़ितों को बुलाकर दूरभाष नंबर 7000571877 से संपर्क कर दो-दो हजार रुपये ले लिया गया है ना ही उसका जुर्माना राशिद उनको दिया गया है जिसमे आमलोगों द्वारा आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि धमधा सहित ग्रामीण अंचलों में लगातार अवैध शराब बिक्री का मामला सामने है

लेकिन विभाग के आला अधिकारी के निर्देश के बावजूद साल में एक-दो प्रकरण दर्ज किया जाते है वही अधिकारी की मिलीभगत से स्थानीय दुकान से शराब की परिवाहन लगातार कोचियों द्वारा किया जा रहा है बावजूद कार्यवाही न करना समझ से परे है स्थानीय आबकारी विभाग के अधिकारी कर्मचारियों को चाहिए कि क्षेत्र में चल रहे अवैध चखना सेंटरों में शराब पीने की अनुमति है और यदि कोई पर्दे के पीछे बैठ कर पी रहे है

वैसे आम लोगो के खिलाफ 36(च) व 36(सी) के नाम पर डरा धमका कर अवैध वसूली रकम वसूली कर अपना जेब गर्म कर रहे है ऐसे कर्मचारी अधिकारी के ऊपर धमधा युवा मंडल ने पुलिस अधीक्षक के पास एफआईआर दर्ज करने की मांग करेंगे।

हिंदू बताकर Ram Lilla में पहुंचे थे मंचन में भाग लेने मंदिर में घुसते ही किया गिरफ्तार इसके बाद मची प्रशासन में हड़कंप

Ram Lilla :जैसे ही यह सोशल मीडिया में वायरल हुआ उसके बाद लोग कमेंट अपना विचार रखना लोग शुरू कर दिए आपको बता दें कि यह घटना उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद का है जहां तीन लोगों ने अपना धर्म , अपना असली नाम छुपा कर वह Ram Lilla में न जानें क्या करने के लिए पहुंचे थे और जैसी अपना आधार कार्ड दिखाएं उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया

यह लोग मंदिर परिसर में घुसने से पहले अपना पहचान छुपा कर अंदर जाने की कोशिश की

इसी दौरान पहले से पुलिस जवानों को शक हुआ और इन लोगों से बातचीत किया गया अब बातचीत के बाद तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया यह लोग ऐसे हिंदू सनातन के कार्यक्रम में अपना भेष बदलकर अपने आप को हिंदू बताकर काम में भाग लिया करते थे और अपना किरदार निभाया करते थे
लेकिन इनका पर्दाफाश हो ही गया और इन्हें गिरफ्तार कर लिए गए हैं

इन लोगों के पास से हिंदू नाम के आधार कार्ड जप्त किए गए हैं जब इन लोगों गिरफ्तार किया तो वह अपना असली पहचान छुपा कर गाजियाबाद के डसना के देवी मंदिर में अंदर घुस रहे थे और यहां मंदिर में महंत नरसिंहानंद के द्वारा धर्म विशेष के लोगों को मंदिर में घुसने के लिए रोक लगाई गई थी और उनके जान की सुरक्षा को लेकर भी कई बार वह शिकायत भी दर्ज कराए थे और उसके बाद पुलिस के कई टुकड़ी उनकी सुरक्षा को लेकर तैनात रहती है जिसके कारण यह आरोपी को गिफ्तार कर लिया गया और उनके भेष हुलिए को देखकर पुलिस ने पहले से ही शंका जाहिर कर लिए थे

जब आधार कार्ड चेक किया गया तो उस पर्दा साफ हो ही गया

आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद के पास थाना क्षेत्र के डसना जो इलाका है वहां पर Ram Lilla का आयोजन किया जाता है मंदिर परिसर में और हर साल Ram Lilla का बड़े तौर पर आयोजन किया जाता है जिसमें हजारों की संख्या में लोग शामिल होते हैं और बीते कई सालों से यह आयोजन किया जा रहा है और कई Ram Lilla कमेटी को बुलाया जाता है और इस साल भी Ram Lilla का आयोजन के लिए कई कमेटी उत्तर प्रदेश राजस्थान और कई जिले से लोग पहुंचे थे

मथुरा से कई कमेटी को बुलाया गया था जिसमें जो आए हुए लोग थे उनका रहने, खाने का इंतजाम मंदिर परिसर में ही किया गया था और मंदिर परिसर में विशेष समुदाय के अंदर प्रवेश को लेकर शिकायत दर्ज कराया था जहां मंदिर के महंत नरसिंह गिरी पर कुछ विशेष समुदाय द्वारा धमकी दिया गया था जिसके कारण चौक चम्बन्ध पुलिस की सुरक्षा रहती थी और ऐसे लोगों का जांच पड़ताल करने के लिए पुलिस आधार कार्ड उनके पहचान पत्र चेक किया करते थे तभी यह लोग मंदिर परिसर में घुसने के दौरान पहचान छुपा कर फर्जी आधार कार्ड को पुलिस के द्वारा चेक करने के बाद दिया गया

शक होने के बाद अपने आला कमान अधिकारियों को सूचित किया गया


उसके बाद डसना देवी जो मंदिर था वह काफी संवेदनशील मंदिर माना जाता है जहां सुरक्षा को लेकर पुलिस के जवान की एक टुकड़ी हमेशा सुरक्षा में तैनात रहता है और जब पुलिस के आला कमान अधिकारियो को जानकारी मिली तो मानों हड़कंप मच गया सुरक्षा पर सवाल उठ गया हालांकि तीन लड़कों को गिरफ्तार कर लिया गया है और बाकी अन्य लोगो के बारे मे भी जानकारी लिया गया हैं जन पुलीस के जवान सवाल जवाब किए तो सीधे तौर पर कहा कि वह Ram Lilla में काफी समय से काम करते हैं और पूरे परिवार उनके पुस्तेनी से काम करते आ रहे है वह जो Ram Lilla में आयोजन होता है

उसमें केकई मंथरा वानर सेनापति का रोल निभाते हैं और यहां तक ढोलक बजाना ढोल ताशा बजाकर अपना जीवन यापन करते हैं कुछ आरोपी का नाम है राहुल वजीर खान और नानक है और भी इनके साथियों के बारे में पूछताछ किए जा रहे हैं की कब से तुम्हारे परिवार इस Ram Lilla में काम करते आ रहे हैं और यह हिंदू नाम रहकर क्यों ऐसे लोगों को गुमराह कर रहे हो यह जब सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि पुश्तैनी से यह काम करते आ रहे हैं इस कारण परिवार वालों ने हिंदू जैसे नाम रखे हैं जिसके कारण उन्हें आसानी से कम मिल जाता है और अपने घर की रोजी रोटी मेहनत से कर अपने घर चलते हैं और पूरे परिवार के लोग भी ऐसी Ram Lilla में शामिल होते हैं

और काम करते हैं मामले में खोजबीन की जा रही है और उनके जितने भी परिवार के लोग इसमें शामिल हुए हैं उनके बारे में जानकारी जुटा जा रही है और कितने लोग ऐसे आसपास घूम रहे हैं उसकी जांच की जा रही है और बहुत जल्द इन पर कार्रवाई की जाएगी आपको बता दें कि जैसे ही आधार कार्ड चेक किया गया तो यह तीनों अपना नाम ढंग से बता नहीं पा रहे थे और एक दूसरे को देख रहे थे जिसके कारण पुलिस वालों को शक हुआ और जब शक हुआ तब इनका आधार कार्ड चेक किया गया

चेक करने के बाद आधार कार्ड में हिंदू नाम अंकित किया गया था उनके बाद इनके चाल चलन से पुलिस वालों को समझ में आ गया और जैसे ही उनकी जानकारी आला कमान अधिकारीयो को दिया गया तो सभी थानों में सूचित किया गया और आसपास जांच पड़ताल करने की हिदायत दी गई क्योंकि अगर जांच पड़ताल नहीं किया जाता तो बड़ी दुर्घटना होने की संभावना बनी हुई थी हो सकता है कि जो पकड़ा है अपने आप को बचाने के लिए ऐसा खेल अपना रहे हैं की पकड़ में जो आ गए हैं

अब आगे की कार्रवाई जो जांच रिपोर्ट सामने आती है उसके बाद किया जाएगा और पुलिस के अलावा अधिकारियों ने कहा है कि जो भी और इसमें शामिल होंगे उन्हें उनका पहचान किया जा रहा है और बहुत जल्द इन लोगों को सामने लाया जाएगा और जो अपने ऐसे नाम छुपा कर रह रहे हैं उन पर कार्रवाई किया जाएगा

जिस लड़के को बेटे के समान समझते थे उसी ने किया घर के बेटी Video बना कर करता गलत काम

जिसे अपना सहारा समझते थे अपने घर का हिस्सा मानते थे अचानक ऐसा क्या नियत बिगड़ते ही बना लिए हवस का शिकार और चोरी छिपे Video क्लिप बनाकर करता रहा दैहिक शोषण इसके साथ-साथ अपने दोस्तों को भी बुलाकर लूटता रहा लड़की का इज्ज़त आखिरकार लड़की लोक लाज और डर अपने साथ ऐसे निर्दय शोषण को देखते कई सालों से आ रही थी और इसी डर का फायदा उठाकर लड़की के करीबी और उनके दोस्त इस लड़की का इज्जत लूटने में कोई कसर नहीं छोड़ते थे अपने दोस्तों को भी Video क्लिप दिखा कर लड़की का दैहिक शोषण करवाते थे.

लड़की अपने बदनामी लोक लॉज के चक्कर में

वह कभी भी रहम की भीख नहीं मांग पाई इसी कारण उसे लड़के ने अपने दोस्तों के साथ इस लड़की को जब चाहे तब बुलाकर बंधक बनाकर महिने महिने तक करते रहे उनका रेप थकहार कर लड़की को जब अपने साथ हुए निर्दई को लेकर जब उसके मन में देवी का रूप धारण करने को जब समझी तब जाकर उस लड़की ने गांव वालों के सामने अपनी बात रखें और जाकर थाने में कार्रवाई एफआईआर आपको बता दे कि यह घटना मध्य प्रदेश के ग्वालियर के पास की की है जहां मां-बाप अपने घर के पास के एक लड़के को घर में बुलाकर जो भी अपना काम रहता उसे करवाते थे.

अपने बेटे सामान उसे लड़के को रखते थे उसके साथ-साथ घर का जो भी काम वाम होता तो उसे बेटे के द्वारा किया जाता था और वह एक प्रकार का घर का एक हिस्सा ही था लड़कियां उसे समय बहुत छोटी-छोटी थी उसे समय नादान थे उन्हें कुछ पता नहीं रहता था कि सामने वाला तो भैया है जो भी बुलाकर चाचा भैया बुलाकर बात किया करते थे उन लोगों के साथ स्कूल जाया करते थे और वह जो भैया था वह उन्हें स्कूल के बाद घर भी लेकर आया करते थे और घर के जो भी काम रहता था तो उसे वह भैया किया करते थे लेकिन जैसे-जैसे लड़कियां घर के बच्चे जब बड़े हो गए तो धीरे-धीरे वह जो घर का सहारा मानते थे.

उनकी नियत डोलने लगा

मौका देखकर वह घर के बच्चों के साथ गलत हरकत किया करता था लेकिन बच्चे यह चीज को समझ नहीं पाए और मौका देखकर वह पड़ोसी युवक ने घर में लड़कियों को बुलाकर उनके साथ रेप किया और उनकी अश्लील फोटो Video को चोरी छुपे मोबाइल में बनाकर विडियो क्लिप को बना लिया

और जब लड़की ने इसका विरोध किया तो वह उसे Video और क्लिप को सोशल मीडिया में डालकर तुम्हारे मम्मी पापा को बदनाम उनके साथ-साथ तुमको भी बदनाम का डर दिखा कर यह सभी कई महीनो तक घर की लड़की को डरा कर उनके साथ अश्लील हरकत दैहिक शोषण किया करता था और इसके साथ-साथ अपने दोस्तों को भी बुलाकर लड़की का रेप करते थे.

उस Video क्लिप का डर दिखाकर उनके साथ रेप किया करते थे आपको बता दें कि यह पूरा मामला जो है वह मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले के मुरार थाना क्षेत्र के पास का एक गांव खुरेरी है जहां की रहने वाले इस युवती ने पुलिस से खुले तौर पर अपनी बात रखते हुए शिकायत किया था की 2023 में 30 अगस्त को वह अपने घर पर अकेली थी और अकेली रहने के कारण वह घर में अपने जो भी काम रहता था उन्हें किया करते थे और इसी बीच हमारे घर का हिस्सा समझते थे वह भैया घर में आया करते थे.

तभी जो पड़ोसी जो युवक था गजरेश नाम का वह किसी काम के बहाने घर में आया

सभी खेत में काम करने के लिए गए हुए हैं तो वह घर के अंदर आया और गेट को अंदर से बंद कर दिया उससे पहले वह घर के गेट को बाहर का जो गेट था उसे बंद कर दिया था और वह घर में बात करते-करते अंदर आया और मेरे से बात करते बैठ गया और उसके बाद वह मेरे मुंह को दबाकर और मेरे गले पर अपना हाथ रखकर बोला कि अगर तुम आवाज करेगी तो मैं तुम्हें खत्म कर दूंगा इस दौरान में काफी डर गई और वह मेरे साथ रेप किया और वह मोबाइल को पास में रखकर Video बना रहा था और मेरे साथ अश्लील हरकत कर रहा था.

वह Video भी बना लिया मैंने विनती किया लेकिन मैं बहुत डरी हुई थी जिसके कारण में कुछ नहीं बोल पाई और जो युवक था गजेश नाम का वह सीधे तौर पर कहां की अगर थोड़ा भी मुंह से आवाज निकाली तो मैं तुम्हारा गला दबाकर तुम्हारी हत्या कर दूंगा घर में कोई नहीं है किसी को पता तक नहीं चलेगा जिसके कारण मैं बहुत डरी हुई थी और उसके बाद वह जैसे ही मेरा रेप किया उसके कुछ देर बाद वह मुझे उस अवस्था में छोड़ दिया और उसके वह Video बना लिया था.

उस Video को मुझे दिखाए जिस कारण में अपने मां-बाप की बदनामी ना हो

इससे कारण डरी हुई थी जिसके कारण जो युवक था वह जब भी खेत में काम करने के लिए जाता तो वह लड़की को बुलाकर और उनके साथ दुष्कर्म करता इसके दौरान जो गजरेश नाम का युवक था वह कई बार अपने बाइक में बैठाकर किसी काम से या स्कूल छोड़ने के बहाने ले जाया करता था और मैं घर के किसी को कुछ ना बोल पाती थी लेकिन वह अपने काम में हमेशा कामयाब हो जाता था और मुझे आसपास कहीं भी ले जाकर मेरे साथ पारी पारी से दुष्कर्म करता था इसके साथ-साथ वह अपने दोस्तों को भी बुलाता था.

मुझे छोड़कर चला जाता था फिर वह ग्वालियर लेकर मुझे जाता था ऐसा ही सिलसिला कहीं महीना तक चलते रहा उसके बाद जो उनका फ्रेंड था अमन उसके पास लेकर जाता था कभी दिल्ली मुझे लेकर जाता था मैं चाह कर भी घर में यह बात को नहीं बोल पाती थी कि मेरे साथ क्या हो रहा है अगर थोड़ा भी Video वायरल हो गया तो मेरे मम्मी पापा के इज्जत का क्या होगा जिस कारण मैं बहुत डर में रहती थीं सो भी नहीं पाती कई दिनों तक खाना भी नहीं खा पाती थी जो गजेश और उनका दोस्त अमन मुझे किसी न किसी बहाने ले जाकर कई बार शादी का झांसा देने की बात कहा करता था शादी करूंगा.

यह बात बोलता था वह मुझे काम के सिलसिले में ले जाकर बंधक बनाकर कई दिनों तक रेप करता था

बंधक बना लिए तो वह घर जब नहीं आए तब उसके बाद घर वालों ने जब खोज बिन शुरू किया तो मोबाइल के आधार में लोकेशन में पता चला उसके बाद उनके परिजन थे वह पुलिस वालों के साथ बच्चे को ढूंढते हुए दिल्ली पहुंचे और फिर अपने लड़की को लेकर ग्वालियर लेकर आए उसके बाद वह अपने आप बीती अपने घर वालों को पुलिस वालों को बताएं इसके बाद घर वाले सभी सदमे में आ गए और शिकायत के बाद पुलिस वालों ने उसे गजेश नाम का युवक और जो उनके साथी था अमन गोयल उसके खिलाफ दुष्कर्म , धमकी ,ब्लैकमेल और यहां तक बंधक बनाने के केस दर्ज़ किए.

कई महीनो तक लड़की का रेप किया सब मामला को उजगार किया गया और कई ऐसे धारा अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर इन सभी का खोज बिन तलाश शुरू कर दिए आपको बता दें की लड़की इतनी डरी हुई थी कि वह अपनी इज्जत को बचाने के लिए भी विनती नहीं कर पा रही थी

जिसके कारण जो उनके करीबी युवक थे और उनके जो दोस्त थे उन लोगों का हौसला बढ़ गया था और इसी का फायदा उठाकर वह उनके साथ पारी पारी से रेप करते आ रहे थे और मामला जैसे ही दर्ज़ हुआ सभी गांव वालों में काफी विरोध किया और तत्काल अपराधियों को गिरफ्तार करने के बात रखें.

गांव की जो बच्चे रहते हैं वह ऐसी हरकत से डर जाते हैं और बदनामी के चलते वह कुछ नहीं कर पाते

लेकिन क्या करें बदनामी तो होना ही था लेकिन ऐसे नरभक्षी भेड़िया को जेल के सलाखों में हमेशा के लिए छोड़ देना चाहिए गांव में पंचायत बैठाई गई और कहां गया कि कोई भी ऐसे जल्लाद का वकालत नहीं करेंगे और ऐसे लोगों को समाज में रहने का कोई जरूरत भी नहीं है हम विनती करेंगे कि इन लोगों पर कठोर से कठोर कार्रवाई किया जाए और जिसे भी इन लोगों के बारे में जानकारी मिले

तुरंत ही पुलिस को सूचना दें जैसे ही घर वाले को पता चला तो अपने लड़की की खोज में निकले जब पहुंचे तो इन लड़कों को उनके बारे में जानकारी हो गया था और पुलिस वालों के पहुंचते ही यह दोनों युवक फरार हो गए हैं और आश्वासन दिए हैं कि जल्द से जल्द इन पर कार्रवाई किया जाएगा और बहुत जल्द आप लोगों के सामने लाया पेश किया जाएगा और जेल की सलाखों में भेजा जाएगा.

एक Police अधिकारी का Social Media में वीडियो वायरल होने के बाद प्रशासन ने मची खलबली

Police

जांजगीर Police में शिकायत की जानकारी होने के बाद Police अधिकारी बंद करवाने पहुंचे और वहां पहुंचकर Police अधिकारी खुद ठुमके लगाने लगे Police अधिकारी यह नहीं सोचें की जो इमेज है वह जनता के सामने क्या इमेज रहेगा जहां खुलेआम ऐसे ठुमके लगाने वाले नचनिया लोग पब्लिक को आनंद देने के लिए ऐसे नाच गाने करते हैं और अश्लील गाने में डांस करते हैं

जिससे गांव का माहौल खराब होता है और उसे जब बंद करने पहुंचते हैं तो अपने वर्दी का इज्जत नहीं करते और खुद ही डांस करने के लिए नाचने लग जाते हैं आपको बता दे कि यह घटना छत्तीसगढ़ के ही जांजगीर चांपा जिले का है वीडियो अभी खूब वायरल हो रहा है जिसके कारण पूरे Police प्रशासन की छवि खराब हो रही है

जांजगीर जिले में

यह जांजगीर जिले में तैनात है जिसका नाम फुलेश्वर सिंह सिदार जो वर्दी पहनकर आर्केस्ट्रा में डांस करने वाले नचनिया लोगों के साथ डांस करते नजर आ रहे हैं जिसका वीडियो वायरल होने के बाद एसपी ने तुरंत ही उसे निलंबित कर दिया है और निलंबित करना भी जरूरी है क्योंकि अगर ऐसी कार्रवाई नहीं किया जाता तो और भी लोग है

जो ऐसे डांसर डीजे में जाकर डांस करने लग जाते हैं वह अपने नौकरी अपनी छवि और अपने वर्दी का इज्जत के बारे में 10 बार भी नहीं सोचते आपको बता दे की फुलेश्वर सीदार थाने बिर्रा में पदस्थ है की उम्र 50 साल है 30 सितंबर को रात में वह ड्यूटी पर थे और सूचना मिला कि कुछ गांव में तेज साउंड में ग्राम सोना दहा में आर्केस्ट्रा का आयोजन किया जा रहा है और खुले आम तेज आवाज में साउंड बजाया जा रहा है

शासन प्रशासन की नियम का मजाक उड़ा रहे हैं

शिकायत मिलने के बाद ASI अपने दलबल के साथ मौके पर पहुंचे जहां एएसआई फुलेश्वर सीदार और आरक्षक को लेकर गांव में पहुंचे लेकिन यह आर्केस्ट्रा को बंद करने के बजाए वर्दी में खुद उन लड़कियों के साथ उनके साथ-साथ खुद ठुमके लगाने लगे इस दौरान आसपास के जो लोग बैठे थे वह ताली बजाने लगे आखिर वहां जो अधिकारी पहुंचे उनका इज्जत क्या रह गया

यह भी सोचो कि गांव के कुछ लोगों ने शिकायत किया था कि वहां आर्केस्ट्रा के नाम पर जोरदार साउंड में डीजे बजा रहे हैं जिसे बंद करने के लिए उन्होंने प्रशासन का उपयोग लिया लेकिन बाकायदा जो Police जवान थे वहां पहुंचे बंद ना कराने के बदले वही जाकर ठुमके लगाने लगे सोशल मीडिया में यह वीडियो किसी ने वायरल कर दिया वायरल होने के बाद लोग सवाल जवाब करने लगे सोशल मीडिया में की ऐसे Police अधिकारियों से क्या उम्मीद करेंगे

आप वीडियो में देख सकते हैं

आप वीडियो में देख सकते हैं की कैसे जो एएसआई है वह अपने जवानों के साथ बाजू कुर्सी में बैठे हैं और जब लड़की ठुमके लगा रहे हैं तो एएसआई खुद खड़े होकर एक के बाद ठुमके लगा रहे हैं और लड़कियों के साथ डांस करते नजर आ रहे हैं वहां कुछ लोग जो मौजूद थे वह एएसआई का वीडियो बना लिया जो सोशल मीडिया में वायरल कर दिया जिसके बाद यह विडियो वायरल होने के बाद एसपी ने तुरंत एएसआई को सस्पेंड कर दिया है

जहां Police अधीक्षक विवेक शुक्ला ने यह अनुशासनहीनता के तहत कार्रवाई किए हैं और लिखा है कि एएसआई व Police को लड़कियों के साथ डांस करने का जो वीडियो वायरल हुआ है एएसआई जो कि अपने कर्तव्य स्थल से बाहर जाकर सार्वजनिक जगह में वह खुद वर्दी पहने हुए हैं और लड़कियों के साथ वह डांस के करते हुए ठुमके लगा रहे हैं

इसलिए कार्रवाई करना जरूरी है और उन्हें निलंबित कर रक्षित केंद्र जांजगीर चांपा अटैच कर दिया गया है आखिर एक Police के अनुशासन न होने के कारण अभी सोशल मीडिया में यह खूब तेजी से वायरल हो रहा है और लोग तरह-तरह के कमेंट कर रहे हैं आखिर वही होता है ना एक मछली पूरे तालाब को खराब कर देता है वैसे ही यह वर्दी धारी ठुमके लगाने वाले Police ने आज तो पूरा Police प्रशासन पर सवाल खड़े कर दिया है

Husband ने अपने पत्नी को पराए मर्द के साथ आपत्तिजनक हालत में देखा फिर सुला दिया हमेशा के लियें

Husband wife

Husband ने अपने पत्नी को पराए मर्द के साथ आपत्तिजनक हालत में देख लिया फिर क्या था पत्नी और उनके प्रेमी ने ऐसा काम किया की हमेशा हमेशा के लिए अपने ही पति को जिंदगी भर के लिए सुला दिया और बेरहमी से अपने ही पति का हत्या कर दिए बड़ी खबर सामने आया है की पति के काम में चले जाने कारण अकसर पति के बाहर रहने के कारण पत्नी पति के ही दोस्त के साथ कई सालों से दिल दे जो बैठी थी.

अपने Husband का घर से जाने का इंतजार किया करती थी यह बात पति को गांव वालों के द्वारा जानकारी दिया गया था कि तुम्हारी पत्नी जब तुम घर से बाहर चले जाते हो तो किसी अन्य व्यक्ति को बुलाती है और वह व्यक्ति कई घंटे शाम रात तक घर में रहता है जिसकी जानकारी देने के बाद पति को ऐसा जानकारी हुआ उसके बाद वह प्लान बनाकर घर से काम के बहाने निकाला और मौके के इंतजार में था रंगे हाथ पकड़ने का उसके बाद यह प्लान बनाकर उसका पति घर से निकाला और थोड़े घंटे दो घंटे बाद वह अपना घर आ गया और वह घर में दरवाजा के पीछे बाड़ी से घुसकर घर की ओर प्रवेश किया.

जब Husband प्रवेश किया तो देखा कि

जो गांव वालों ने बताया था वह सही पाया देखा कि उसकी पत्नी किसी अन्य व्यक्ति के साथ आपत्तिजनक हालत में थी तो देखने के बाद जो अन्य व्यक्ति था और अपने पत्नी को चमकाते हुए बोला कि मुझे तो पहले से ही शक था और गांव वालों ने ही मुझे बताया था लेकिन मैं तो सीधा बोला था कि मैं जब खुद देखूंगा तो मुझे विश्वास होगा तो गांव वालों ने भी कहा था कि ठीक है तुम देख लेना

अगर हमारी बात बुरा लगे यह हमारी बात में विश्वास ना हो और आज मैंने सही में देख लिया कि तुम मुझे इस प्रकार धोखा दे रही हो मैं तुम ही लोगों के लिए तो काम करने के लिए बाहर जाता हूं और तुम मेरे साथ विश्वास घात कर रहे हो यह बात बोलकर वह अपनी पत्नी और जो अन्य व्यक्ति था उनके साथ मारपीट किया इसके बाद जो पत्नी थी वह अपने पति से छुटकारा पाने के लिए अपने Husband के दोस्त और खुद मिलकर अपने पति पर ताबरतोड पास में रखें डंडे से उनके शरीर उनके सिर पर हमला किया.

और उनके ऊपर उनके शरीर पर बैठकर दीवाल पर दे मारा जिसके कारण उनके पति की मौके पर ही मौत हो गया यह जानकारी इस प्रकार है कि पत्नी और उनके प्रेमी का कई सालों से अवैध संबंध था अब जब उनके पति देख लिया तो अपने कारनामे को छुपाने के लिए अपने ही पति की हत्या कर दिए मित्र का जो पत्नी था और उनके जो प्रेमी थे उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है.

यहां मामला गरियाबंद जिले का है

थाना सिटी कोतवाली के पास का गांव गुजरा का है जहां पति का दोस्त और उनके पत्नी ने ही अपने पति की हत्या कर दिया और लोगों को यह बताया कि किसी कारण गिरने से उनकी मौत हो गया और अंतिम संस्कार कर वह गांव की ही खेत में बॉडी को दफना दिए उनके पति का दोस्त था उसे जाते हुए गांव वालों ने देख लिया था इसके बाद गांव वालों ने उसे भागते हुए पकड़ा और उनके Husband को बताने के लिए अंदर गया तो उन लोग देखे कि उनके पति घर में नहीं था और यह रातों-रात पति का दोस्त और उनकी पत्नी लाश को गांव के ही खेत में दफना दिए थे दफनाने के बाद बच्चों को भी पता नहीं चला था.

वह रात में ही दफनाकर आ गए थे बच्चे को इस संबंध में जानकारी पूछा गया तो बच्चे कुछ बात नहीं पाए और इसी कारण गांव में मीटिंग रखा गया जिसमें लक्ष्मी ध्रुवऔर उसके प्रेमी उपस्थित थे विकम कुंजन गांव में समाज के सामने बताया कि उनका मेरे दोस्त की पत्नी लक्ष्मी ध्रुव के साथ कई सालों से अवैध संबंध था और रात्रि रोमन ध्रुव उन दोनों को अपने घर में अपनी पत्नी के साथ आपत्तिजनक हालत में देख लिया था

इसके बाद रोमन ध्रुव 2 से 4 थप्पड़ मारा इसके बाद जो विक्रम कुंजाम और लक्ष्मी ध्रुव के बीच में संबंध कुछ छुपाने के लिए हमने पास रखे गमछा कपड़ा से रोमन ध्रुव के पीछे से उनके मुंह पर कपड़ा दबाते हुए जमीन में पटक दिया डंडे से उनके शरीर पर कई बार हमला किया हमला करने के बाद उसके सिर पर हमला किया जिसके कारण वह मौके पर ही गिर गया और गिरने के बाद उसके शरीर पर बैठकर उनके गले को दबाया गला दबाने के बाद उसकी कुछ देर बाद उसकी मौत हो गई.

शरीर को पीछे के खेत ले जाकर वहीं गड्ढा कर दफना दिए

जिसके बाद उसके शरीर को पीछे के खेत ले जाकर वहीं गड्ढा कर दफना दिए दफनाने के बाद वह सुबह मौके से भगाने के प्लान किया तो गांव वालों ने देख लिया देखने के बाद गांव वालों ने पकड़कर नजदीक थाने में जानकारी दिया जानकारी देने के बाद उनसे पूछताछ किया पूछताछ करने पर वह अपना जुर्म कबूल कर लिया

कबूल करने के बाद पुलिस की टीम दलबल के साथ पहुंचे और घटना के संबंध में जानकारी जुटाए जानकारी मिलने के बाद लाश को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजे रिपोर्ट आने के बाद पुष्टि हुआ कि उसे पर भारी वस्तु से प्रहार करने और गमछा से गला दबाकर हत्या करने की पुष्टि हुई और अपराधियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया जुर्म कबूल करने पर न्यायिक विमान में लेकर उन्हें जेल भेज दिया गया.

दो बच्चे की मां ने अपने बच्चों के बारे में कुछ नहीं सोचा बल्कि अपने हुस्न के चक्कर में अपना घर तबाह कर दी और बच्चों के जीवन को भी अंधकार कर दिया आखिरकार अब जेल की सलाखों में जिंदगी भर के लिए रहना पड़ेगा लेकिन हुआ क्या बच्चा के साए से पिता चला गया अब पूरा जिंदगी भर जेल में रहेंगे गांव में पंचायत करने के बाद इन्हें पुलिस को सौंप दिया गया और उनके बारे में Husband को पहले से ही बताया गया था लेकिन पति गांव वालों के बाद को दर किनार कर रहा था

अगर यही पहले ही समझ जाता तो इतनी बड़ी घटना होने से बच जाता किसी का घर उजड़ने से पहले बच जाता लेकिन काफी देर हो चुका था और जो पति का दोस्त था वह अपने दोस्ती का भी बारे में नहीं सोचा और उल्टा घर को तबाह करने के लिए के लिए रात हो या दिन हो या शाम हो घर के पीछे दरवाजा से होकर पर्दा से कूदकर घर में प्रवेश करता था और गांव वालों को भी वह बताया करता था कि मेरे दोस्त की पत्नी के साथ मेरा ऐसा संबंध है.

जो पत्नी और जो Husband का दोस्त था वह पूरे गांव में अपने दोस्त और उसकी पत्नी के बारे में बात कर पूरे गांव में बदनामी करवा दिया

यहां तक पंचायत भी बैठ गया था पंचायत में भी जो Husband का दोस्त था वह खुले तौर पर बताया था कुल मिलाकर गांव में पूरा बदनाम कर दिया उसकी पत्नी थी वह अपनी इज्जत के बारे में नहीं सोची और वह हमेशा अपने पति के चले जाने के बाद अपने दोस्त को फोन के माध्यम से जानकारी दिया करता था इसी कारण जो पति का दोस्त था

वह भी बिंदास होकर घर में प्रवेश कर जाता था बच्चे लोग स्कूल या कुछ पढ़ने वाले खेलने कूदने के लिए घर के बाहर रहा करते थे उसका फायदा दोस्त की पत्नी और उसका पति का दोस्त उठाया करता था दो बच्चे होने के बावजूद भी पत्नी को अपने इज्जत और घर समाज का कोई डर नहीं था मानो ऐसा प्रतीत होता था कि गांव में उन्हें शर्म की कोई चीज नहीं थी वह जब भी बुलाती थी.

लोग आसपास चल-पहल रहते थे लेकिन उसे किसी से कोई मतलब नहीं था उन्हें डर भी नहीं था कि आसपास के लोग क्या कहेंगे और मेरे Husband को मेरे बारे में क्या बताएंगे इस कारण तो जो कलयुगी जो पत्नी थी वह अपने दो बच्चों के बारे में ना सोचकर गैर मर्द के साथ संबंध बनाई और आखिर क्या हुआ अपने आप को बचाने के लिए अपने Husband की ही हत्या कर दी

Police थाना के स्टाफ बने हैवान नाबालिग को इतना पीटे की फट गया सर

Police

आपको बता दे किया घटना Chhattisgarh के राजनांदगांव जिले का है जहां लड़का अपनी गर्लफ्रेंड से मिलने के लिए पहुंचा था जहां Police थाने में नाबालिग लड़के को इस कदर पीटा की नाबालिग लड़के का सर फट गया.

जो नाबालिग लड़का था वह अपनी गर्लफ्रेंड से मिलने पहुंचा था और लड़की ने खुद 112 को फोन कर बुलाया था जिसके बाद Police वालों ने लड़के लड़की को लेकर थाना ले गए जहां लात घुसे और पाइप से पिटाई करते रहे इसके साथ-साथ लड़के के सर को दीवार पर दे मारे Police वाले इतना हैवान आखिर कैसे हो गए?

नाबालिग युवक का सर फट गया

जिसके चलते नाबालिग युवक का सर फट गया और लड़के के शरीर में कई जगह जख्म के निशान बन गए हैं अभी हाल ही में Chhattisgarh के कवर्धा जिले में हत्या को लेकर तत्कालीन एसपी और कलेक्टर को हटाए गए हैं Police का ऐसा रवैया की Police वाले ही हैवान बन गए हैं इस कदर पीट रहे हैं की थाने में हत्या हो जा रही है ऐसी घटना एक के बाद एक कई जिले में देखी जा रही है और ऐसी घटना सामने आ रहे हैं.

आपको बता दे कि यह घटना राजनांदगांव के छुरिया थाना प्रभारी थे अविनाश श्रीवास उसको लाइन अटैच कर दिया है और Police प्रशासन के अधिकारियों ने सीधे तौर पर लाईन अटैच कर खानापूर्ति कर दिए हैं डोंगरगढ़ के एसडीओपी आशीष कुंजाम ने बताया कि शिकायत होने के बाद जांच की कार्रवाई की जा रही है और जल्द से जल्द एसपी को जांच रिपोर्ट सब सौंप दिया जाएगा फिलहाल अभी इस मामले में जांच चल रहा है.

मामला पूरा क्या है यह हम आपको स्पष्ट रूप में बताते हैं

Chhattisgarh जिले के दुर्ग निवासी नाबालिग लड़का जो की 21 सितंबर को अपने अपनी गर्लफ्रेंड से मिलने के लिए छुरिया के पास से लगे गांव में पहुंचा था और उस समय लड़की के घर में सिर्फ उसकी दादी ही थी नाबालिक लड़के ने बताया कि वह अपनी प्रेमिका के साथ बैठकर वह खाना खा रहा था तभी उसकी दादी अचानक आ गई इस कारण वह डरकर दोनों कमरे में जाकर छुप गए हलचल की आवाज से दादी को कुछ महसूस हुआ और वह बाहर निकाल कर जोर-जोर से चिल्लाना शुरू कर दिया कि हमारे घर में कोई घुस गया है.

आवाज सुनकर आसपास के ग्रामीण लोग भी घर के बाहर इकट्ठा हो गए उसके बाद ग्रामीण दरवाजा को खटखटाते रहे लेकिन कोई अंदर से हलचल नहीं आ रहा था और दरवाजा को नहीं खोल रहे थे इसके बाद रात करीब 1:00 बजे से लेकर 6:00 बजे तक वह कमरे से बाहर नहीं निकले यह घटना के बाद ग्रामीणों ने लड़की के माता-पिता को भी इसके बारे में जानकारी दिए तो वह सभी डर कर तुरंत ही घर पहुंचे उसके बाद जैसे ही लड़की ने अंदर से शोर शराबा सुनकर वह खुद ही अपने मोबाइल से 112 में डायल कर Police को सूचना दिए.

नाबालिक जो युवक था उसने बताया की 112 के आने के बाद

Police वाले ने उससे और उसकी प्रेमिका को थाने लेकर गए 112 Police ने लड़के के परिजनों को यह सूचना नहीं दिया था और इस दौरान लड़की को डरा धमका कर लड़के को थप्पड़ मरवाए.

इसके बाद लड़के को Police वालों ने थाने में बंद कर इस कदर पीटा की लड़की बहुत डर गई और वह डर के कारण बहुत ही घबरा गई थी लड़का अपना बचने की दुहाई लगा रहा था फिर भी Police वाले बेदर्दी से पीट रहे थे और उसके बाद Police वालों ने उसके सर को दीवार से दे मारा जिसके कारण लड़के का सर तुरंत फट गया और खून बहने लगा इसके बाद Police वाले ने डर में लड़के की हालत बिगड़ने पर उसे इस अवस्था में थाना परिसर के बाहर ही छोड़ दिया था जानकारी मिला है कि थाना परिसर के कुछ दूरी पर आइटीबीपी का कैंप है.

जो जवान वहां से गुजर रहे थे वह लड़के को देखा

वह बेसुध हालत में पड़ा था इसके बाद उसे और ग्रामीणों की सहायता से उसका जब तलाशी लिया गया ताकि उनके परिजनों को सूचित किया जा सके और लड़के के चेहरे पर पानी छिड़के उन्हें पानी पिलाया इसके बाद लड़का कुछ देर बाद होश में आया उसके बाद सूचना देने के बाद नाबालिग युवक के परिजन तुरंत ही छुड़िया पहुंचे और अपने बच्चों को लेकर एक अस्पताल में भर्ती कराया.

आपको बता दे की नाबालिग युवक के पिता ने पुलगांव थाने में जाकर शिकायत किया की मेरे लड़के को इस कदर पिटाई करने वाले Police वालों पर कार्रवाई का मांग की है यहां तक की नाबालिग युवक के पिता का कहना है कि उनके जो बेटे थे उसको Police वाले ने इस कदर पीटा है की हम बात नहीं सकते उनके कई हिस्सों में चोट के निशान है और Police वाले पर जो हैवान जैसे क्रूरता बरतने के आरोप भी लगाए हैं.

एसडीओपी का कहना है

अभी इस मामले में जांच को लेकर अभी जांच चल रही है और इसके साथ-साथ जो भी Policeकर्मी इसमें दोषी सिद्ध पाए जाएंगे उन पर करवाई किया जाएगा यह आश्वासन दिए हैं और आला कमान अधिकारियों को भी इसके बारे में जानकारी दी गई है Police प्रशासन के अधिकारी लाइन अटैच के नाम पर सिर्फ सिर्फ खाना पूर्ति किए हैं पिता ने सीधे तौर पर आरोप लगाया है.

अब देखना यह है कि किस प्रकार से कार्रवाई की जाती है एक के बाद एक कई जिले में इस प्रकार से Police की हैवान जैसे हरकत सामने आ रहे हैं लेकिन ऐसी घटना में कोई कमी नहीं आ रही है अगर आईटीपी जवान मौके पर नहीं पहुंचता.

नाबालिग युवक का जान भी जा सकता था

इस कदर पीटा गया था कि लड़का बेसुध होकर गिरा हुआ था वह होश में भी नहीं था आप समझ सकते हैं की थाने में इतना कैसे मार दिए कि लड़का बेसुध हो गया लेकिन अभी तक लाइन अटैच के नाम पर खाना पूर्ति किया गया है अपराध किया था लड़का तो उस पर कार्रवाई करना था लेकिन इस कदर मारे कि उनका सर फट गया और लड़का बेसुध हो गया.

यहां तक पूरे गांव में लड़की के कारण पूरा बदनामी सा हो गया है क्योंकि घर में मां-बाप नहीं थे और लड़की की हिम्मत को आप देख सकते हो कि दुर्ग से इतना दूर लड़की अपने प्रेमी को फोन कर बुला लिए और जब उनकी दादी उसके बारे में जानकारी हुआ तो वह डर के कारण कमरे में अपने आप को बंद कर लिए दादी कुछ और समझी कि घर में कोई अन्य इंसान पहुंचा हुआ है इस बात को लेकर वह ग्रामीणों को इकट्ठा कर लिए और हुआ कुछ की पूरा गांव में इस लड़की के कारण के मां-बाप और पूरे परिवार का नाम बदनाम हो गया और इधर लड़के को इस कदर पीटे की पूरा थाना स्टाफ पर सवाल खड़ा हो गया.

अब आगे यह देखना है की कार्रवाई किस प्रकार होता है नाबालिक लड़के के पिता ने कहा है कि अगर कार्रवाई नहीं होगा तो हम गृह मंत्री के पास जाकर पूरे Police थाने की स्टाफ के ऊपर कारवाई करने की बात कहेंगे अगर आईटीबी जवान मौके पर नहीं देखे तो मेरे बेटे की जान भी जा सकती थी इसका जवाब देही कौन होता अभी भी मेरा बेटा ढंग से बात नहीं कर पा रहा है

और उनके शरीर के कई हिस्सों में गंभीर चोट के निशान है सर को दीवार से मारने के कारण गंभीर चोट आई है जिस कारण वह बेहोशी की हालत में था अभी डॉक्टर भी कुछ नहीं बता पा रहे हैं जैसे ही कुछ रिपोर्टें आती है उसके बाद ही कुछ बता पाएंगे जिस कारण जांच की बात कही है और जल्द से जल्द उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है

Hospital में Bjp नेता के बेटे ने पुलिसकर्मी और वार्ड बॉय को पीट दिए

Hospital

Hospital : इसके साथ-साथ दोस्तों के साथ मिलकर हॉस्पिटल में मचाया कोहराम अस्पताल स्टाफ डर के कारण कमरे में अपने आप को बंद कर लिए जो अपने आप को बचाने की लगाने लगे गुहार.

नशेड़ी बीजेपी पार्टी के नेता के बेटे मिलकर की Hospital में तोड़फोड़

आपको बता दे की सुपेला अस्पताल दुर्ग के पास में नशेड़ी बीजेपी पार्टी के नेता के बेटे मिलकर की तोड़फोड़ और मारपीट वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से हो रहा है वायरल यह घटना दुर्ग के सुपेला भिलाई की है जहां भिलाई चरोदा के भाजपा नेता राजू चौबे के बेटे अभय और उसके साथियों ने नशे के हालात में अस्पताल के अंदर घुसकर पुलिसकर्मी और वार्ड बॉय को एक के बाद एक जमकर हमले करने में कोई कमी नहीं कर रहे थे.

सभी ने मिलकर प्राण घातक हमला करने लग गए स्टाफ वालों ने जैसे तैसे अपने आप को रूम में बंद कर अपना जान बचाए हॉस्पिटल में स्टाफ दहशत में काम बंद कर विरोध करने लगे तो आनंद फानन में किया गया गिरफ्तारी आपको बता दे की अभी कोलकाता में हुए डॉक्टर पर हमला ,रेप को लेकर पूरे भारत देश में कोहराम मचा हुआ था.

अभी भी हड़ताल पर बैठे हुए हैं

इधर भारतीय जनता पार्टी के नेता के बेटे ने और उनके दोस्तों ने अस्पताल में घुसकर पुलिसकर्मी को भी नहीं बक्शा उनके साथ-साथ वह वार्ड बॉय को भी मारपीट किया अस्पताल में टेबल कुर्सी को तोड़फोड़ दिए ऐसा मंजर था कि ड्यूटी में तैनात महिला डॉक्टर और स्टाफ नर्स लोग डर के कारण अपने आप को रूम में बंद कर लिए सीधे तौर पर कह रहे हैं कि हमारा सेफ्टी कौन करेगा डर कैसा माहौल बंद कर लिए रूम को अंदर से डॉक्टर स्टाफ ने और नर्स स्टाफ ने सभी मिलकर काम को बंद कर दिया है.

घटना के बाद लाल बहादुर शास्त्री हॉस्पिटल के बाहर मीडिया कर्मी और अन्य स्टाफ कर्मी का भीड़ लगा हुआ था तेजी से वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें टूटे-फूटे कांच और पूरे अस्पताल के चेयर दिख रहे हैं किस प्रकार से भारतीय जनता पार्टी के नेता के बेटे नशेड़ी युवाओं ने अस्पताल में तोड़फोड़ किया है.

डॉक्टर और वहां के स्टाफ ने खुले तौर पर बताया कि

आपको बता दे की सुपेला Hospital के यह घटना सुबह 6:00 बजे का है जिसमें कुछ लड़के अस्पताल आए जिसमें एक लड़के को चोट लगा था उन्होंने ड्यूटी पर तैनात वार्ड बॉय अशोक चौहान से अपने साथी का इलाज करने को बात कहा और आशु ने उन्हें कहा कि 23 नंबर काउंटर से पर्ची लेकर आ जाए इसके बाद भाजपा के जो नेता के लड़के थे उनको पर्ची काटने को कह रहे थे.

जिस पर डॉक्टर ने बताया की इतना सुनते ही जो अभय और उसके साथी जो थे वह भड़क गए और इसके बाद जोर-जोर से गंदी-गंदी गालियां देना शुरू कर दिए वह सभी नशे की हालत में थे इसके बाद भी आरोपियों ने खुले तौर पर कहा कि आप लोग जानते नहीं हम लोग कौन हैं और हम जिसके साथ आए हैं वह भाजपा नेता के बेटे है उसे आप पर्ची काटने के लिए बोल रहे हो इस पर वार्ड बॉय ने तैनात ड्यूटी डॉक्टर और पुलिसकर्मी को बुला लिया.

भाजपा नेता के बेटे और उनके कुछ साथियों को कई बार समझाने का प्रयास किए

उसके बाद जो भाजपा नेता के बेटे और उनके कुछ साथियों को कई बार समझाने का प्रयास किए की गाली ना दो यहां पर सभी डॉक्टर फीमेल डॉक्टर नर्स स्टाफ लड़कियां मौजूद है फिर भी वह मानने को तैयार नहीं थे और मां बहन की गंदी-गंदी भद्दी गलियां कंटिन्यू दे रहे थे इस पर जो तैनात जवान थे उन्होंने समझने का प्रयास किया और लड़के अपने कच्छ में फोन लेने के लिए जाने लगे जैसे ही थाना स्टाफ को जानकारी दी गई तो सुपेला थाना के प्रभारी को सूचना दिया गया.

सुनकर आरोपी उसके पीछे-पीछे चलते हुए उनके कच्छ में घुस गए और इसके बाद कॉलर पड़कर उन्हें बैठा दिया वार्ड बॉय को और पुलिसकर्मी को डायरेक्ट पीटने लग गए Hospital ड्यूटी डॉक्टर के कच्छ में पहुंचते ही आरोपियों ने एक के बाद एक आसपास के कुर्सी कांस्टेबल को पीटना चालू कर दिए.

तक पुलिस कर्मियों को भी नशे की हालत में पीटने लगे

यहां तक पुलिस कर्मियों को भी नशे की हालत में पीटने लगे जैसे ही बात आसपास के रूम Hospital को पता चला तो लोग चिल्लाने लगे और सभी छिप कर वीडियो बनाने लगे लेकिन लड़कों में डर का कोई नाम नहीं था वह गाली दे देकर सब कांच कुर्सी को तोड़ रहे थे उसके बाद किसी ने सुपेला थाना में फोन किया जिसके बाद पुलिस के जवान के पहुंचते ही आरोपी वहां से भागने लगे जिस पर सुपेला थाना पुलिस ने भाजपा नेता के बेटे अभय जो चौबे था उसको और उनके दो-तीन साथी गौतम नाम का लड़का और मुन्ना को तुरंत ही गिरफ्तार कर लिया उसके साथ-साथ उनके साथी जो थे सागर और चालक गिरीश साहू व साथी फरार है यह Hospital में बिना नंबर के प्लेट गाड़ी से पहुंचे थे.

जैसे ही देखें कि लोग वीडियो बना रहे हैं तो वह भागने का प्लान करने लगे और इससे भागने से पहले ही पुलिस उन्हें गिरफ्तार कर लिया गाड़ी के सामने ही बीजेपी उपाध्यक्ष चरोदा मंडल का बोर्ड लगा था और पीछे की तरफ चौबे जी लिखा हुआ है आपको बता दे कि जितने लोग इस गाड़ी में आए थे सभी नशे में टल्ली थे अस्पताल में महिला डॉक्टर महिला स्टाफ नर्स सभी लोग थे उन लोगों के सामने यह भद्दी मां बहन की गालियां दे रहे थे जैसे मानो की कोई कद्र नहीं.

भाजपा नेता के बेटे अभय चौबे है

किसी महिला का जो भाजपा नेता के बेटे अभय चौबे है उनका उम्र 24 वर्ष है और वह भारतीय स्टेट बैंक के सामने ही भिलाई तीन का निवासी भाजपा जो नेता है राजीव चौबे उसका बेटा है जो राजीव चौबे है वह पूर्व विधायक सावला राम डहरिया के विधायक प्रतिनिधि रह चुके हैं और हम बता दे की 24 सितंबर को जो अपराधी अभय उसका जन्मदिन था वह रात से ही दोस्तों के साथ बर्थडे मनाने में व्यवस्थ था और नशे में उनका किसी के साथ झगड़ा हो गया.

जिसमें उनके दोस्त सागर को चोट आया था जिसे ड्रेसिंग करवाने के लिए ही वह भिलाई Hospital पहुंचा था जैसे ही यह मारपीट की घटना हुआ उसके बाद सभी डॉक्टर स्टाफ Hospital स्टाफ नर्स वार्ड बॉय सभी ने काम बंद कर धरनात के लिए बैठ गए थे उसके बाद जैसे ही यह बात पता चला पूरा हड़कंप मच गया और केवल आपातकालीन को ही डॉक्टर स्टाफ चालू रखे थे डॉक्टर पीएम सिंह का कहना था कि यह जो घटना हुआ है वह किसी को बढ़ावा देना नहीं बल्कि अपराधियों को अक्ल सिखाने के लिए कार्रवाई करना बहुत जरूरी है.

डॉक्टर-स्टाफ का क्या होगा

Hospital स्टाफ का क्या होगा ऐसे लोग अपने आप को नेता बता कर लोगों को डराते हैं और मारपीट कर रहे हैं डॉक्टर तो लोगों की सेवा के लिए है सरकार का सर्वेंट है लोगों का इलाज करने के लिए है यह क्या कोई भी नेता बनकर Hospital पहुंच जाते हैं और परिचितों को हर किसी को पर्ची कटवाने के लिए सरकार के द्वारा कहा जाता है.

ऐसा थोड़ी है कि कोई विधायक या कोई नेता या कोई महापौर या कोई पार्षद के घर से कोई आ जाए तो उनके बिना परिचय के इलाज कर दिया जाए नियम कायदे तो सभी के लिए है लेकिन यहां तो आए दिन चंद कुछ नेता बन जाते हैं और अपने आप को विधायक महापौर समझने लग जाते हैं अगर ऐसा रहा तो हम सभी स्टाफ धरना पर बैठ जाएंगे जब तक अगर किसी आरोपियों को गिरफ्तारी नहीं हो जाता है तो वह काम को बंद रखेंगे.

भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष महेश वर्मा से बात किया गया

तो उन्होंने सीधे तौर पर कहा कि भाजपा किसी पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं को खुले तौर पर ऐसी गुंडागर्दी करने की छूट नहीं देते हैं यह पूरी तरह से गलत है और साथ में यह निंदनीय घटना है ऐसे कैसे किसी को गंदी गंदी गालियां देने के लिए कह सकते हैं.

अस्पताल स्टाफ लोगों की सेवा के लिए है वहां किसी का दादागिरी करने के लिए नहीं है अरे बिना पर्ची कटाए कैसे किसी का इलाज किया जा सकता है यह सीधे तौर पर गुंडागर्दी है अपराधियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई किया जाएगा और ऐसे जो अपराधी जो पार्टी का नाम खराब कर रहे हैं उसे पार्टी से निष्कासित किया जाएगा हम किसी पार्टी के ऐसे किसी सख्त को अस्पताल में गुंडागर्दी के लिए और किसी की नगर शहर के साथ-साथ क्या हम किसी को ऐसे बढ़ावा नहीं दे सकते यह पुरी तरह से गलत हैं

Kidnapping होते देखने के बाद बदला 17 साल के बाद आखिर पूरा कर दिखाया

Kidnapping

Kidnapping :यह बात एक फिल्मी स्टाइल में सुनने को मजबूर हो जाओगे ऐसा सिलसिला फिल्मी दुनिया में ही देखने को मिलता था लेकिन यह कुछ रियल में हुआ है और अपहरण हुए बेटे ने गुंडो से बदला लेने के लिए एक जीत ठान लिया था और इस कारण उसे आजीवन कारावास तक पहुंचा दिया सजा ऐसा मिला कि मरते दम तक वह जेल की सलाखों से बाहर नहीं आ पाएगा.

Kidnapping की घटना धौलपुर से लगभग कुछ दूर गांव की है

Kidnapping : 17 पहले की बात है जिस समय से बसेड़ी जैसे इलाका में आतंक का गढ़ कहा जाता था उस गांव के पास में गुड्डू काशी और उनके कुछ साथियों को आतंक गढ़ के नाम से जाना जाता था और इन सब आए दिन किसी न किसी को अगवा कर मोटी रकम और परेशान कर घर जमीन जयदात को अपने नाम कर डर दिखा कर तबाह कर देते थे घर वाले इस और लोग डर के मारे गांव छोड़कर निकल जाते थे अगर दूर में रहते थे.

तो वह महीना 2 महीना 3 महीना 4 महीना बाद गांव में जाकर धमकी देकर बेटे बच्चे को अगवा कर लेते थे लोग करे तो क्या करें कोई अपना जमीन जयदात छोड़कर भाग जाते थे लेकिन मैंने जो चीज ठाना हुआ था आखिर पूरा ही किया 17 साल बाद आखिर क्यों लगा 17 साल मुझे यह सब मैं देख कर एक जीत ठान लिया था जो मुझे पूरा करने में आखिर 17 साल लग गया आपको बता दे की गुड्डन कांची और उसके साथियों को उत्तर प्रदेश के आगरा की अदालत ने मरते दम तक जब तक मौत ना हो जाए.

आजीवन कारावास की सजा सुनाए

तब तक आजीवन कारावास की सजा सुनाए यह सभी डाकू 10 फरवरी 2007 को खैरागढ़ निवासी रवि एडवोकेट नाम के वकील को गोली मारते हुए दहशत बनाकर उनके ही बेटे हर्ष गर्ग का अपहरण करने में दोषी सिद्ध पाए गए थे इसके कारण उन्हें यह सजा मिला था जब बेटे हर्ष का Kidnapping किया गया था तब मात्रा बेटे का उम्र था 7 साल और इन डाकुओं ने उसके पिताजी से किसी न किसी बात को लेकर आए दिन जमीन को लेकर खेत को लेकर धमकी दिया करते थे.

तो और पैसे का डिमांड किया करते थे जिसके कारण पूरे गांव में एक डर पैदा हो गया था डाकू हर महीने 2 महीने में मेरे पिता से जबरदस्ती उनका मेहनत का पैसा मांग लिया करते थे और न देने पर उन्हें पूरे गांव वालों के सामने चौराहा पर कपड़ा उतार कर मारते थे या अगवा कर ले जाते थे कभी-कभी तो अगवा करके ले जाते थे 2 महिने बाद तक छोड़ते नहीं थे.

यह सब देखते हुए हर्ष के दिल दिमाग में एक छाप छोड़ दिया था

छाप ऐसा था कि बदला और बदला तो एक दिन लेना ही पड़ेगा पिता का वह अपना छाप को भूल नहीं पाया और Kidnapping के बाद वह अपने माता और अपने घर का ध्यान देने लगा और जब वह घर आता तो अपने घर की स्थिति को देखकर कुछ सोच समझ नहीं पता था करें तो क्या करें इस कारण कड़ी मेहनत करना शुरू कर दिया और इसके साथ-साथ काम भी किया करता था.

जब भी मौका मिलता वह अपने घर में काम अपने खेती को आगे बढ़ाता क्योंकि यही एक जीवन यापन करने का एक साधन था और उसी दिन ठान लिया था कि मुझे बड़ा होकर एक वकील बनना है और बेटे ने कड़ी मेहनत के साथ-साथ अपना मेहनत को दिखाने के लिए एक संघर्ष के रूप में आगे बढ़ता गया और अपना पढ़ाई का सिलसिला जारी रखा और इसके साथ-साथ आखिरकार वह वकील बनी गया यह करवाई मुकदमे 17 साल तक चले खुद उसने अपने Kidnapping हुए डाकुओं के खिलाफ खुद ही कानूनी लड़ाई लड़ने का ठान लिया और लड़ाई लड़कर भी दिखाया.

उच्च न्यायाधीश नीरज कुमार बख्शी के अदालत ने

उस गुंडे डाकू के साथ-साथ उनके सभी साथी को आजीवन कारावास का सजा सुनाया और यह भी कहा कि जब तक उनकी मौत नहीं हो जाते तब तक या जेल की सलाखों में सड़ते रहना चाहिए हम तो आज भी ऐसी कहानी को फिल्मों में सुना करते हैं आप फिल्मों में ही देखा करते थे लेकिन यह वाक्या एक बेटे ने बदला अपने पिता का Kidnapping का बदला लेकर दिखाया यहां तक कई धमकियां उनके घर वालों को मिलता था.

साथ-साथ उनके घर में हमला भी किया जाता था लेकिन न्याय कानून पर भरोसा था पूरी तरीके से था बेटे ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट पर लिखा था कि हां आखिरकार मैं 17 वर्ष तक इस लड़ाई को लड़ा और यह मेरे लिए कोई छोटा-मोटा बात नहीं था हम इतने सालों में क्या से क्या नहीं देखा जिसे मैं अपने शब्दों में बयां नहीं कर सकता कई धमकियां तनावपूर्ण गरीबी सब चीज मैंने देखा हर एक दिन को मैं अपना एक जीत बनाकर चला और हर एक महीने में तारीख जो मिलता था कि कोर्ट में पेश होना है मैं पिता के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कोर्ट जाता था.

धमकियां मिलने के बावजूद कोर्ट से आता था

पिता के हर एक कदम कदम पर उनके साथ में देते गया मैं अपने पिता के साथ कभी पीछे हटकर नहीं देखा और मेरे पिता ने ही मुझे इतना काबिलियत बनाया कि बदला जरूर लेना है यह ठान लिया था पिता के साथ रहना और उनका यह प्रतिबिंब बनाकर उनके साथ जो खड़ा था हर पल-पल में हमें धमकी का साया हमारे साथ-साथ चला करता था कई प्रकार के हमने कठिनाई झेले लेकिन मैं कह सकता हूं की देर आई दुरुस्त आई यह कहानी आखिर हमें सुनने को मिला कहते हैं ना कानून का हाथ बहुत लंबा होता है.

अगर कानून चाहे तो क्या नहीं कर सकता वैसे ही वाकया देखने को मिला और मैंने उस दिन को ठान लिया और अंत हमें न्याय मिला हम कह सकते हैं कि ऐसे डाकुओं के ख्वाब से गांव में कोई रहना नहीं चाहते थे और जैसे ही इन डाकुओं को सजा हुआ उसके बाद पूरे गांव में खुशी का माहौल बन गया था जो गांव एक बंजर जमीन बन गया था वह गांव अब एक हरियाली सा छा गया खेतों में फसल देखकर और गलियारों में फूलों की महक देखकर ऐसा लगता है कि मैं चांद पर एक जमीन खरीद लिया हो वह कर दिखाया.

आपको बता दे कि जैसे ही न्यायालय ने जो सजा सुनाया उसके बाद से यह डाकू गुंडे आज तक कभी जेल से बाहर की ओर अपना पैर तक नहीं रखे उनका पूरी तरीके से डर धमकी और उनके साथ-साथ जैसे ही जेल के सलाखों में गए वैसे छोटे-मोटे जो गुंडे इनके इशारों में वह गांव में डर भय दिखाते थे वह भी गांव छोड़कर चले गए और कभी गांव में भटक कर भी कभी धमकाने के लिए या फिर अपराह्न करने के लिए हिम्मत नहीं जुटा पाए इस तरह मैंने अपने पिता का बदला लिया और बंजर जमीन जैसे गांव को मैं फिर से हरा भरा करके दिखाया.