हिन्दू युवा मंच दुर्ग ने शारदीय नवरात्रि पर्व को शास्त्रीय मर्यादा एवं सनातन परंपरा के अनुरूप संपन्न कराने हेतु आज जिला कलेक्टर दुर्ग को एक ज्ञापन सौंपा। इस ज्ञापन को कलेक्टर कार्यालय में एसडीएम महोदय द्वारा स्वीकार किया गया तथा उन्होंने आश्वासन दिया कि नवरात्रि से पूर्व जिले की समस्त दुर्गा समिति एवं गरबा आयोजकों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किया जाएगा।
ज्ञापन में विशेष रूप से यह मांग की गई कि गरबा एवं दुर्गा पंडालों में केवल देवी-भक्ति एवं पारंपरिक गीतों का ही उपयोग हो।
अश्लील, फिल्मी या द्विअर्थी गीतों एवं नृत्यों पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया जाए।
प्रवेश व्यवस्था में श्रद्धालु हिन्दू समाज जन की पहचान हेतु उचित सुरक्षा एवं जाँच की व्यवस्था हो।
महिला सुरक्षा हेतु पुलिस सहायता, CCTV, महिला हेल्प डेस्क एवं सख्त निगरानी सुनिश्चित की जाए।
दुर्गा प्रतिमाओं का स्वरूप शास्त्रीय एवं पारंपरिक हो, किसी भी विकृति पर विधिक कार्यवाही की जाए।
नशाखोरी, धूम्रपान, अनुचित वेशभूषा एवं असामाजिक तत्वों की घुसपैठ पर सख्त रोक लगे।
इस कार्यक्रम में हिन्दू युवा मंच के प्रदेश संयोजक गोविंद राज नायडू जी एवं प्रदेश अध्यक्ष श्री कुमार नायर जी, प्रदेश महामंत्री राजेश शर्मा जी के नेतृत्व में कार्यक्रम प्रभारी अरुण अग्रवाल जी सहित दुर्ग शहर एवं ग्रामीण से हिन्दू युवा मंच के कार्यकर्ता भीम जैन, राहुल जैन सुरेंद्र जैन, सावन श्रीवास्तव, राजा देवांगन, जय देवांगन, दीपक चंद्राकर, गजेन्द्र साहू, कृष्णा चौहान, कमल रणदीवे ,गोपाल यादव,राजकुमार चेलक,विक्की साहू ,राज गुप्ता,राघव वर्मा ,विकास तांडी, शिवांश वैष्णव अंकित दुबे, नीरज देवांगन, पंकज चौधरी, बैद्यनाथ ठाकुर, अमित सिंह, नोगेश साहू, शुभम चंद्राकर, सुमित भारती, किशन कुर्रे,बल्ला, भावेश अग्रवाल, निरंजन सिंह राजपूत, रोशन सिंह राजपूत, धर्मेंद्र वर्मा, रवि देशमुख, अर्पित बरनवाल, सुमित निर्मलकर, इशांत डहरवाल, साईं, नीरज देवांगन सहित सैकड़ों कार्यकर्ता एवं सनातन हिन्दू समाज के लोग उपस्थित रहे।
कार्यक्रम की शुरुआत दुर्ग के शिव मंदिर पटेल चौक से हुआ, जहाँ से सभी कार्यकर्ताओं ने एक अनुशासित पैदल मार्च निकालते हुए जिला कलेक्टर कार्यालय पहुँचकर ज्ञापन सौंपा।
इस ज्ञापन की जानकारी देते हुए प्रिंस तिवारी ने स्पष्ट किया कि नवरात्रि पर्व केवल मनोरंजन का साधन नहीं, बल्कि माता जगदम्बा की आराधना एवं सनातन संस्कृति की गरिमा का प्रतीक है। अतः समाज की मर्यादा, धार्मिक आस्था एवं सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए हिन्दू युवा मंच ने प्रशासन से सख्त दिशा-निर्देश लागू कराने की मांग किया।





