छत्तीसगढ़ शासन ने एक अहम प्रशासनिक निर्णय लेते हुए इंद्रजीत चंद्रावल को खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिले का नया कलेक्टर नियुक्त किया है। यह फैसला राज्य में प्रशासनिक मजबूती और विकास योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के उद्देश्य से लिया गया है। चंद्रावल इससे पहले भी विभिन्न जिलों में जिम्मेदारी निभा चुके हैं और उनकी कार्यशैली को अनुशासन, पारदर्शिता और जनहित के लिए समर्पित माना जाता है।
प्रशासनिक अनुभव और पहचान
इंद्रजीत चंद्रावल भारतीय प्रशासनिक सेवा के कुशल अधिकारी माने जाते हैं। उन्होंने अब तक के अपने प्रशासनिक जीवन में शिक्षा, स्वास्थ्य, ग्रामीण विकास और डिजिटल प्रशासन जैसे कई क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य किए हैं। उनकी छवि एक दूरदर्शी और कर्तव्यनिष्ठ अधिकारी के रूप में उभरी है।
जिले के लिए नई दिशा की उम्मीद
खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिला, जो हाल ही में एक स्वतंत्र जिले के रूप में गठित हुआ है, विकास की दृष्टि से कई संभावनाएं और चुनौतियाँ दोनों समेटे हुए है। स्थानीय लोगों को इंद्रजीत चंद्रावल से अपेक्षा है कि वे बुनियादी ढांचे, स्वास्थ्य सेवाओं, शिक्षा और रोजगार के क्षेत्रों में तेजी से काम करेंगे।
