खैरागढ़। शहर की स्वच्छता व्यवस्था एक बार फिर सवालों के घेरे में है। रविवार को मिशन संडे टीम के संयोजक मनराखन देवांगन के नेतृत्व में अमलीपारा स्थित शनि मंदिर के पीछे बने एनीकट क्षेत्र का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण में पाया गया कि मंदिर के समीप बड़ी मात्रा में कचरा डंप किया जा रहा है। इससे श्रद्धालुओं की आस्था को ठेस पहुंच रही है और स्थानीय स्वास्थ्य व्यवस्था पर भी खतरा मंडरा रहा है।
देवांगन ने आरोप लगाया कि नगर पालिका द्वारा ट्रैक्टर से खुलेआम कचरा मंदिर और एनीकट के पास फेंका जा रहा है, जिसके चलते चारों ओर दुर्गंध फैल रही है। उड़कर गलियों और खेतों में बिखर रही पॉलिथीन से न केवल प्रदूषण बढ़ रहा है, बल्कि मवेशियों की जान भी खतरे में है।
पॉलिथीन मुक्त शहर का नारा मात्र दिखावा
देवांगन ने कहा कि नगर पालिका और सरकार पॉलिथीन मुक्त शहर का दावा करती हैं, लेकिन हकीकत इसके बिल्कुल विपरीत है। धार्मिक आस्था के स्थलों के पास गंदगी का अंबार लगाना न केवल श्रद्धालुओं बल्कि आम नागरिकों के साथ अन्याय है। उन्होंने सवाल उठाया कि जब नगर पालिका के पास मणिकंचन केंद्र और पॉलिथीन नष्ट करने की मशीनें मौजूद हैं, तो फिर कचरा धार्मिक स्थलों के आसपास क्यों डंप किया जा रहा है। यह जनता के साथ धोखा और स्वच्छ भारत मिशन का अपमान है।
शहर की छवि पर खतरा
टीम ने चेतावनी दी कि यदि नगर पालिका ने तत्काल कार्रवाई नहीं की, तो खैरागढ़ की स्वच्छता रैंकिंग गिर जाएगी और राज्य की छवि भी धूमिल होगी। देवांगन ने कहा, “जब पूरा देश स्वच्छता में अव्वल आने का सपना देख रहा है, तब खैरागढ़ नगर पालिका की लापरवाही राज्य की उपलब्धियों को कलंकित कर रही है।”
नगर पालिका अध्यक्ष पर सवाल
देवांगन ने नगर पालिका अध्यक्ष पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि शहर की समस्याओं पर ध्यान देने के बजाय अध्यक्ष वार्ड भ्रमण कर रहे हैं। यदि पहले सफाई व्यवस्था दुरुस्त की गई होती, तो आज डायरिया जैसी बीमारियों का प्रसार नहीं होता। साथ ही, उन्होंने बताया कि कई वार्ड आज भी नालियों की सफाई, बिजली की अनियमितता और खराब सड़कों की समस्या से जूझ रहे हैं।
निरीक्षण में शामिल लोग
निरीक्षण के दौरान दीपक देवांगन, अरुण भारद्वाज, पूरन सारथी, रविंद्र गहरवार, सूर्यकांत यादव, शानू भारत चंद्राकर समेत कई सामाजिक कार्यकर्ता मौजूद रहे। सभी ने नगर पालिका से तत्काल कार्रवाई की मांग की और चेतावनी दी कि यदि जल्द समाधान नहीं हुआ, तो जन आंदोलन छेड़ा जाएगा।






