गौ माता Vs Police
Police कर्मी ही निकला धोखेबाज, आपको बता दे की छत्तीसगढ़ में बीजेपी की सरकार बनने के बाद लगातार कांग्रेस सरकार में गौ माता को कत्ल खाना ले जाने की बात हमेशा सामने आता था और इसी बीच कुछ गौ सेवकों ने कत्ल खाना ले जाने वाले लोगों के साथ मारपीट और उसके साथ-साथ हत्या का मामला भी दर्ज हुआ था जिसके कारण छत्तीसगढ़ में बीजेपी की सरकार पर लोग सवाल उठा रहे थे.
जैसे भाजपा की सरकार बनी गृह मंत्री और मुख्यमंत्री ने कड़ी कार्रवाई करने के लिए आदेश जारी किया और गौ माता को कत्ल खाने से बचाने के लिए पुलिस प्रशासन को भी कड़ी कार्रवाई करने की हिदायत दी गई थी और अगर Police प्रशासन की टीम अगर ढिलाई करते है तो पुलिस अधिकारियों पर गाज गिरने की बात कहे गए थे इसको देखते हुए हर जिले में पुलिस प्रशासन के टीम गौ माता को कत्ल खाने ले जाने से बचाने के लिए हर प्रयास कर रहे है.
Police विभाग के ही आरक्षक पर धोखेबाजी सामने आया
इसी बीच बड़ी खबर आई है कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के विधानसभा क्षेत्र पाटन में गौ तस्करी के मामले में बड़ी कार्रवाई की गई है जहां Police विभाग के ही आरक्षक पर धोखेबाजी सामने आया हैं आपको बता दे की 10 सितंबर को मुखबरी की सूचना मिला कि यहां गौ माता को कत्ल खाना ले जाने के लिए ले गाड़ी पहुंचने वाला हैं जिसके बाद पुलिस ने सूचना पर पाटन जिले में फार्म हाउस पर दबिश दिए इसके बाद पुलिस के पहुंचने से पहले ही पाटन विधानसभा थाना के आरक्षक जो वहां पदस्थ है दिलेश्वर पठारे ने खुद गौ तस्करों को रेट मारने की सूचना पहले से ही दे डाला.
जानकारी यह मिला कि गौ तस्करों को आखिर कार पुलिस कार्रवाई की जानकारी कैसे मिला इसके बाद जानकारी मिला मुखबारी से कि थाने की स्टाफ ने ही जो गौ तस्कर था उन्हें सूचना दे दिया था उसके बाद पुलिस प्रशासन के टीम हरकत में आए और पता चला कि दिलेश्वर पठारे जो है वहीं इसमें शामिल है और उच्च अधिकारियों को इसके बारे में जानकारी दिया गया कि हमारे बीच में ही आरक्षक दिलेश्वर है जो पहले से ही गौ तस्करों को सूचना दे दिया था.
Police प्रशासन के टीम ने जांच कमेटी बनाए
जिसके बाद पुलिस प्रशासन के टीम ने जांच कमेटी बनाए जांच कमेटी बैठने के बाद जो फार्म हाउस में पकड़े गए मवेशी तस्कर जो मुख्य आरोपी था संजय गिरी गोस्वामी है उसी के फार्म हाउस में कई बेजुबानों को ट्रक में भर कर कत्ल खाना भेजा जा रहा था और जैसी ही जानकारी उच्च अधिकारियों को दी गई उसके बाद टीम बनाकर आरोपी संजय गिरी गोस्वामी और उनके साथ पाटन थाना में पदस्थ आरक्षक दिलेश्वर जिसकी भूमिका संदिग्ध पाया गया और वह इन गौ तस्करों को सुचना दिया करता था.
यह बात सामने आया और दोनों के बीच में बातचीत होते आ रहा था मामले में उच्च अधिकारियों ने एनालिसिस जांच कराई गई तब जो आरक्षक था उसकी करतूत सामने आया और इसके बाद उच्च अधिकारियों के निर्देश पर आरक्षण दिलेश्वर पर मामला दर्ज किया गया और उसे न्यायिक रिमांड में लेकर जेल भेज दिया गया
आपको बता दे कि इस मामले में फरार जो मुख्य आरोपी सरगना है उसकी तलाश की जा रही है जैसे ही यह सवाल सोशल मिडिया के माध्यम से लोगों को पता चला उसके बाद लोग कई प्रकार के सवाल खड़े कर रहे हैं और मुख्यमंत्री , गृह मंत्री ने सख्त हिदायत के बाद उच्च अधिकारियों ने बीच में कोई भी ढिलाई ना हो उसके लिए प्रशासन कड़ी कार्रवाई करने के लिए तुरंत ही आरक्षक को जेल भेज दिया गया है और इसके साथ-साथ जो भी इसमें संलिप्त है.
उसकी भी जांच चल रही है और जल्द से जल्द उसको सामने लाया जाएगा और उस पर कार्रवाई किया जाएगा यहां तक उच्च अधिकारियों ने खुले तौर पर कहा है कि कोई भी किसी भी जिले में अगर कोई ऐसी पुलिस प्रशासन के टीम पाया जाता है तो उस पर भी उच्च कार्यवाही किया जाएगा और यह गौ माता को जो कत्ल खाना ले जा रहे हैं उसे बक्शा नहीं जाएगा चाहे कोई भी हो करवाई किया जाएगा और उसे जेल भेजा जाएगा.